"20 अगस्त: राष्ट्रीय वैज्ञानिक चेतना दिवस - विज्ञान की दुनिया को जानने का दिन"
"20 अगस्त: राष्ट्रीय वैज्ञानिक चेतना दिवस - विज्ञान की दुनिया को जानने का दिन"
बच्चों को विज्ञान की जटिल प्रक्रियाओं को समझाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य हो सकता है, लेकिन इसे दिलचस्प और आकर्षक बनाने के लिए प्रयोग एक अत्यंत प्रभावी तरीका है। आज कक्षा में बच्चों को मोमबत्ती के जलने और फिर उसे गिलास से ढकने पर बुझ जाने की प्रक्रिया को समझाने के लिए एक सरल और प्रभावशाली प्रयोग किया गया। इस प्रक्रिया को देखने और समझने के बाद, बच्चों में विशेष रूप से दिव्यांश और अनुभव ने अपनी जिज्ञासा और ज्ञान के आधार पर बहुत उत्साहित होकर अपनी-अपनी राय साझा की।
**प्रयोग की शुरुआत:**
शिक्षक ने सबसे पहले बच्चों को मोमबत्ती और एक खाली गिलास दिखाया। उन्होंने बच्चों से पूछा कि क्या वे जानते हैं कि जब हम मोमबत्ती को जलाते हैं तो क्या होता है। बच्चों ने विभिन्न उत्तर दिए, जिनमें से कुछ सही थे, तो कुछ में थोड़ी सी गलतफहमी थी। इसके बाद शिक्षक ने मोमबत्ती को जलाकर कक्षा के सामने रख दिया, जिससे सभी बच्चे ध्यान से देख सकें। जलती हुई मोमबत्ती के माध्यम से बच्चों को यह समझाने का प्रयास किया गया कि जलने की प्रक्रिया में क्या-क्या घटित होता है। इसके बाद, शिक्षक ने एक खाली गिलास को जलती हुई मोमबत्ती के ऊपर रखा। कुछ ही समय में मोमबत्ती बुझ गई, और यह दृश्य बच्चों के लिए अत्यंत आश्चर्यजनक और रोचक था।
**दिव्यांश और अनुभव की प्रतिक्रियाएँ:**
इस प्रयोग के दौरान, दिव्यांश और अनुभव ने अपनी समझ के आधार पर इस घटना के बारे में विचार व्यक्त किए। दिव्यांश ने सबसे पहले यह कहा कि जब गिलास को मोमबत्ती के ऊपर रखा गया, तो मोमबत्ती को जलने के लिए आवश्यक हवा मिलनी बंद हो गई, जिससे वह बुझ गई। दिव्यांश की इस प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट हुआ कि वह पहले से ही ऑक्सीजन की भूमिका को समझता है। इसके बाद अनुभव ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मोमबत्ती के बुझने की वजह से गिलास के अंदर की हवा में बदलाव हुआ होगा, जिससे अंदर का वातावरण मोमबत्ती के जलने के लिए अनुकूल नहीं रह गया। अनुभव की यह सोच एक गहरी समझ का संकेत देती है, जो उसने कक्षा के पिछले पाठों से प्राप्त की होगी।
**विज्ञान के सिद्धांत और बच्चों की सीख:**
इस पूरे प्रयोग के माध्यम से बच्चों को न केवल जलने की प्रक्रिया के बारे में सिखाया गया, बल्कि यह भी बताया गया कि हवा में मौजूद ऑक्सीजन मोमबत्ती को जलाने के लिए कितनी महत्वपूर्ण होती है। जब गिलास को मोमबत्ती के ऊपर रखा गया, तो गिलास के अंदर की ऑक्सीजन समाप्त हो गई, और नयी ऑक्सीजन अंदर प्रवेश नहीं कर सकी, जिससे मोमबत्ती बुझ गई। यह प्रयोग बच्चों को यह समझने में मदद करता है कि आग को जलाए रखने के लिए ऑक्सीजन की निरंतर आपूर्ति आवश्यक होती है।
**अभ्यास और जिज्ञासा का महत्व:**
इस प्रकार के प्रयोग बच्चों की जिज्ञासा को प्रोत्साहित करते हैं और उन्हें अपने ज्ञान को व्यावहारिक रूप से लागू करने का अवसर प्रदान करते हैं। दिव्यांश और अनुभव जैसे बच्चों की सक्रिय भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि वे विज्ञान को सिर्फ एक विषय के रूप में नहीं बल्कि जीवन के विभिन्न पहलुओं को समझने के एक माध्यम के रूप में देख रहे हैं।
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