*संविधान दिवस की सभी को बधाई।*

*संविधान दिवस की सभी को बधाई।*

हमारा देश भारत एक लोकतांत्रिक देश है। 26 जनवरी 1950 को भारत को लोकतांत्रिक देश घोषित किया गया था।लोकतांत्रिक देश में सभी नागरिकों को मतदान करके प्रतिनिधि चुनने का अधिकार होता है। मतदान हमारे लिए बहुत ही जरूरी है। यह केवल सरकार की ही प्रगति नहीं करता है, बल्कि आम नागरिक की भी प्रगति का कारक होता है। लोकतंत्र को जनता का शासन कहा गया है। एक लोकतांत्रिक देश जैसे कि भारत में वही नेता सरकार बनाएगा जो जनता द्वारा चुना जाएगा। इसीलिए देश के हर एक नागरिक का मतदान करना बहुत जरूरी है। यदि प्रत्येक नागरिक अपने मत का प्रयोग नहीं करता है तो हो सकता है कोई भ्रष्ट नेता सत्ता में आ जाए। मतदान लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। भारत में ऐसी कई प्रकार की चीजें है जो मतदान से तय की जाती है मतदान का प्रयोग कर हम अपना प्रतिनिधि चुनते हैं। जो हमारे लिए तथा देश के विकास के लिए कर्तव्यनिष्ठ होकर कार्य कर सके। लोकतंत्र में हर व्यक्ति का महत्व है और हर व्यक्ति को अपना कर्तव्य समझते हुए मत का प्रयोग करना चाहिए।  स्वतंत्रता का सबसे बेहतरीन तोहफा हमें मताधिकार के रूप में मिला है। हमारे दूरदर्शी संविधान निर्माताओं ने जाति, धर्म, संप्रदाय, लिंग के भेदभाव को खत्म कर सभी नागरिकों को मतदान का अधिकार दिया। हर मतदाता चुनाव में खड़े उम्मीदवारों के गुण दोष का आंकलन कर मतदान करे, तभी मतदाता बनने का उद्देश्य सफल होगा।
बच्चों को मतदान कितना जरूरी है इस बात को सीखने के उद्देश्य से आज स्कूल परिसर में मतदान प्रक्रिया कराई गई । जिसमें 17 बच्चों ने आज के इस पर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की अच्छी बात ये थी कि आज के मतदान में लड़कियों की संख्या ज़्यादा थी जो चुनाव लड़ रहीं थी । 17 बच्चों में 10 लड़कियां और 7 लड़के कैंडिडेट थे। चुनावी प्रक्रिया की शुरुआत 3 दिन पहले शुरू की गई । असेंबली में सभी बच्चों को प्रधानाचार्या द्वरा बताया गया कि शानिवार को आपके स्कूल में मतदान होगा । आप मे से जो भी विद्यार्थी चुनाव लड़ना चाहता है वह अपना नाम पहले पीरियड के खत्म होने से पहले दे दें और छुट्टी से पहले जो चुनाव नहीं लड़ना चाहते वह अपना नाम वापस ले सकतें हैं। 24 बच्चों ने चुनाव लड़ने के लिये पर्चे दिये थे, पर छुट्टी होने से पहले 7 बच्चों ने अपने पर्चे वापस ले लिये इसी बीच एक अच्छी बात हुई क्लास 4th की प्रीति वर्मा द्वारा अपने ही क्लास के साथी आर्मेश जी के लिये अगले दिन अपना पर्चा वापस लेने की बात कह कर रोने लगी पूछने पे पता चला कि वह इस बात से दुःखी थी कि एक ही क्लास के दो लोगो के चुनाव लडने से वोट बट जायेंगे तो वह चाह रही थी कि उसका नाम हटा दिया जाये जिससे प्रीति वर्मा का साथी चुनाव जीत जाये । यह जो त्याग की भावना क्लास 4th की प्रति वर्मा के अंदर दिखी यही भावना हम अपने बच्चों के अंदर समाहित करना चाहते हैं। यह आने वाली नई पीढ़ी अपने देश को आगे ले जायेगी एक बेहतर नागरिक बनने के लिये अपने साथी का ख़्याल रखना जरूरी है। जिसकी शुरुआत घर स्कूल और समाज से होती है । 17 बच्चों ने अपने अपने सेम्बल ख़ुद ही बताये ।

इस चुनावी प्रक्रिया में दो कैटेगरी बनाई गई थी हेड बॉय और हेड गर्ल 
आज इस चुनाव में 121 बच्चों ने वोट डाले जिसमें दो बच्चे चुनाव जीते हेड बॉय में मोहम्मद आर्ष को 55 वोट मिले और हेड गर्ल में शालनी को सबसे ज़्यादा 43 वोट मिले ।


जीते हुए दोनों कैडिडेट को संविधान की प्रस्तावना पढ़ कर शपथ दिलाई गई।

*हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी , पंथनिरपेक्ष,लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को :*
*सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता,*
*प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए तथा*
*उन सबमें व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखण्डता सुनिश्चित करनेवाली बंधुता बढ़ाने के लिए*
*दृढ संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवम्बर 1949 ई0 (मिति मार्ग शीर्ष शुक्ल सप्तमी, सम्वत् दो हजार छह विक्रमी) को एतदद्वारा*
*इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित और आत्मार्पित करते है।*

क्लास 2nd और 3rd के 7 बच्चों को चुनाव सम्पन्न कराने की ज़िमनेदारी दी गई थी। क्लास 2nd से रिदम यादव अराध्या यादव को चुनाव बूथ संभालने की जिम्मेदारी दी गई। क्लास 3rd से त्रिशा सिंह और खुशी कुमारी को बेलेट पेपर्स देने की जिम्मेदारी दी गई जिसको यह बच्चों ने बड़ी जिम्मेदारी से निभाया।

यह पूरी प्रक्रिया को करने का मकसद बस इतना है कि हमारे बच्चे अपने माता ,पिता ,परिवार ,समाज और अपने भारत देश के प्रति जिम्मेदार बने आने वाले वक़्त में इन्ही बच्चों  के ऊपर बेहतर समाज बनाने की ज़िम्मेदारी होगी। जिसके लिये मतदान के ज़रिये लोकतान्त्रिक अधिकार का अनुभव बेहद महत्वपूर्ण भूमिका तय करेगा। जीते हुये दोनों केंडिडेट को कल लिखित स्कूल की नैतिक जिम्मेदारियां प्रधानाचार्या की तरफ से दी जाएंगी।

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